मंगलवार, 9 दिसंबर 2025

क्या है “ख़ुशी”

 ----खुशी----

समुद्र की लहरों को देखकर, जो चेहरे पर खिल आती है, वो है खुशी

गंगा किनारे बैठकर रंग-बिरंगी रौशनी से भरी नौकाओं को देखकर जो मिले, वो है खुशी

गिरते झरने की आवाज़ सुन उसकी ओर लपककर जब पहुँचों तो वो है खुशी

पुरानी यादों को याद कर जो आंखों में आंसू ले आये, वो है खुशी

अपनी पसंदीदा मूवी को सालों बाद देखकर, जो नोस्टाल्जिया होता है, वो है खुशी

दोस्तों संग बैठकर पुरानी बातों को फिर से दोहराने में जो मज़ा मिलता है, वो है खुशी

कार के शीशे से सिर निकालकर बालों को लहराने में जो हवा महसूस होती है, वो है खुशी

अपने आज से पलभर के लिए मुँह फेर कर जो थोड़ा अपने लिए जी लो, वो है खुशी

सबकुछ भूलकर जब कभी लिखने बैठती हूँ तो वो है मेरी खुशी...

-------सुपविचार-------

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