मंगलवार, 9 दिसंबर 2025

… तो माँ हो तुम

 Farhan’s Poetry From Zindagi Na Milegi Dobara in Toddler's MOM style-

बाल धोकर घंटो बाद अगर सुलझाने बैठती हो,

तो माँ हो तुम...

बालों को संवारने के बजाए अगर पूरा दिन मैसी बन बनाकर घूमती हो,

तो माँ हो तुम...

सुबह की एक कप चाय भी अगर बार-बार गर्म करके पीती हो, तो माँ हो तुम...

3 घंटे की मूवी अगर तीन दिन में खत्म करती हो,

तो माँ हो तुम...

बिंज वॉच का शौक रखने वाली अगर एक वेब सीरीज को हफ्ते भर में खत्म कर पाती हो,

तो माँ हो तुम..

तुम्हारा ही मोबाइल अचानक पराया हो जाये 

तो माँ हो तुम...

मैसेज सीन करके भी अगर घंटों रिप्लाय न कर पाओ तो माँ हो तुम...

यूट्यूब सजेशन राइम्स और कार्टून्स से भर जाए 

तो माँ हो तुम...

रात की नींद अगर बेसिक से लक्ज़री नीड बन जाये

तो माँ हो तुम...

बिना किसी बात के अगर घर में यूँ ही चिड़चिड़ी होकर घूमती हो, तो माँ हो तुम...

इंट्रस्टिंग चीजों से अगर तुम्हारा इंटरेस्ट खत्म हो जाये 

तो माँ हो तुम...

सूसू-पॉटी, खाना और सोना जैसी बेसिक चीज़े सिखाने में अगर तुम्हारा पूरा दिन बीत जाता है,

तो माँ हो तुम...

घूमने-फिरने के नाम से ही अगर डर लगने लगता है 

तो मुबारक हो, माँ हो तुम...

ज़ारा और मिंत्रा के बजाय अगर फर्स्ट क्राई से शॉपिंग करने लगी हो, तो माँ हो तुम...

एक टाइम का खाना खिलाने में अगर तुम्हारा एक घंटा गुज़र जाता है, तो माँ हो तुम...

वॉशरूम में समय बिताना अगर तुम्हें मी टाइम लगने लगा है, तो माँ हो तुम...

पूरा दिन अगर सिर्फ घर की सफाई में बीत जाता है, 

तो माँ हो तुम...

बच्चे का स्कूल शुरू होना अगर तुम्हारे लिए एक खुशनुमा सपना बन गया है, 

तो माँ हो तुम...

तुम्हारा पेशंस लेवल अगर पहले से कहीं ज्यादा हो गया है, तो माँ हो तुम...

-----सुपविचार-----

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