कुछ समय पहले पढ़ा था, अमिताभ बच्चन अगले जन्म में एक पत्रकार बनना चाहते है, माफ़ करियेगा पर लगता है अमिताभ जी, संदीप चौरसिया, प्रभु चावला या राजीव शुक्ला जैसे बड़े पत्रकारों से कुछ ज्यादा ही प्रभावित है। और सिर्फ़ वही क्यों आज कल फिल्मों और टीवी सीरिअल्स में जिस तरह से पत्रकारों की छवि को उभार कर प्रस्तुत किया जाता है, कोई भी इससे प्रभावित होकर पत्रकार बनना चाहेगा। और सही भी है आज देश को अच्छे और जुझारू पत्रकारों की बहुत ज़रुरत है।
खैर ये तो हुई एक बात, अमिताभ बच्चन चाहे तो इस जन्म में भी एक बहुत बड़े पत्रकार बन सकते है क्योंकि उनको तो कोई भी मीडिया हाउस हाथों-हाथ लेगा, ले भी क्यों न उनका नाम ही काफी है। पर लगता है बिग बी अभी तक उन पत्रकारों से मुख़ातिब नहीं हुए है, जो दिन रात एक स्ट्रिंगर के रूप में 5000 रुपए की नौकरी से अपना घर चलाते है। और यही कोशिश करते है की शायद किसी बड़े चैनल या अख़बार की नज़र उनके काम पर पड़ जाये। उनकी दुर्दशा से शायद अभी वाकिफ नहीं है वो। अगर होते तो कभी भी अगले जन्म में पत्रकार बनने का ख़्वाब नहीं सजाते।
हर साल बड़ी संख्या में भविष्य के पत्रकारों की फ़ौज निकलती है, आँखों में ढेर सारे सपने लिए हर कोई अपने मुक्कमल जहाँ तक पहुंचना चाहता है। लेकिन सपने उन्ही के पूरे होते है जो जी जान से अपनी मंजिल की तरफ बढ़ जाते है। कुछ स्ट्रिंगर बनकर रह जाते है तो कुछ असमानों में ऊँची उड़ाने भरते है।
उम्मीद करते है की बिग बी को अगले जन्म में एक स्ट्रिंगर के दर्द से रूबरू न होना पड़े वरना वो भी अपने पिछले जन्म को कोसते की नज़र आयेंगे।
खैर ये तो हुई एक बात, अमिताभ बच्चन चाहे तो इस जन्म में भी एक बहुत बड़े पत्रकार बन सकते है क्योंकि उनको तो कोई भी मीडिया हाउस हाथों-हाथ लेगा, ले भी क्यों न उनका नाम ही काफी है। पर लगता है बिग बी अभी तक उन पत्रकारों से मुख़ातिब नहीं हुए है, जो दिन रात एक स्ट्रिंगर के रूप में 5000 रुपए की नौकरी से अपना घर चलाते है। और यही कोशिश करते है की शायद किसी बड़े चैनल या अख़बार की नज़र उनके काम पर पड़ जाये। उनकी दुर्दशा से शायद अभी वाकिफ नहीं है वो। अगर होते तो कभी भी अगले जन्म में पत्रकार बनने का ख़्वाब नहीं सजाते।
हर साल बड़ी संख्या में भविष्य के पत्रकारों की फ़ौज निकलती है, आँखों में ढेर सारे सपने लिए हर कोई अपने मुक्कमल जहाँ तक पहुंचना चाहता है। लेकिन सपने उन्ही के पूरे होते है जो जी जान से अपनी मंजिल की तरफ बढ़ जाते है। कुछ स्ट्रिंगर बनकर रह जाते है तो कुछ असमानों में ऊँची उड़ाने भरते है।
उम्मीद करते है की बिग बी को अगले जन्म में एक स्ट्रिंगर के दर्द से रूबरू न होना पड़े वरना वो भी अपने पिछले जन्म को कोसते की नज़र आयेंगे।
सही बात है.
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